Best 250+ दुख भरी शायरी in Hindi 2025

दुख भरी शायरी हमारे दिल के गहरे दर्द और भावनाओं को व्यक्त करने का एक सशक्त माध्यम है। जब हम अपने दुख को शब्दों में पिरोते हैं, तो यह हमारे मन को हल्का करने में मदद करता है। चाहे वह पति-पत्नी के बीच का दर्द हो, या जीवन की कठिनाइयों से उपजा दुख, शायरी के माध्यम से हम अपने एहसासों को साझा कर सकते हैं।
इस लेख में, हमने आपके लिए विभिन्न प्रकार की दुख भरी शायरी का संग्रह तैयार किया है। आपको यहां पति-पत्नी की दुख भरी शायरी, हिंदी में दुख भरी शायरी, और दुख भरी शायरी फोटो सहित कई शायरियाँ मिलेंगी। हमारा उद्देश्य है कि आप अपने मन के भावों को आसानी से व्यक्त कर सकें और अपने प्रियजनों के साथ साझा कर सकें।
हम समझते हैं कि जीवन में कई ऐसे पल आते हैं जब दिल भारी हो जाता है और शब्द कम पड़ जाते हैं। ऐसे में, शायरी एक ऐसा जरिया है जो हमारे दिल की बात को सरलता से कहने में मदद करता है। हमारा यह संग्रह आपके उन सभी पलों के लिए है जब आप अपने दुख को शब्दों में बयां करना चाहते हैं।
दुख भरी शायरी
ऐसा कौन आ गया है तेरी जिंदगी में
जो तुझे मेरी याद आनेका मौक़ा ही नहीं देता
ना पूछ मेरे सब्र की इंतेहा कहाँ तक है
तू सितम कर ले तेरी हसरत जहाँ तक है
वफ़ा की उम्मीद जिन्हें होगी उन्हें होगी
हमें तो देखना है तू बेवफ़ा कहाँ तक है
किस मोहब्बत की बात करते हो दोस्त,
वो, जिसको दौलत खरीद लेती है…!
मुहब्बत की दुनिया में आया तो पता चला,
हर वो शख्स तन्हा है जिसने वफा की…!
सबसे बड़ी भीख मोहब्बत है
वह भीख मैंने मांगी है।
तन्हाई रही साथ ता-ज़िंदगी मेरे,
शिकवा नहीं कि कोई साथ न रहा!
अब जुदाई के सफर को मेरे आसान करो,
तुम मुझे ख्वाब में आकर ना परेशान करो।
हजारों महफ़िलें हैं और लाखों मेले हैं,
पर जहाँ तुम नहीं, वहाँ हम अकेले हैं!
ना साथ है किसी का, ना सहारा है कोई,
ना हम हैं किसी के, ना हमारा है कोई।
अगर वो शख्स एक बार मेरा हो जाता,
मैं दुनिया की किताबों से हर्फ़-ए-बेवफ़ाई मिटा देता!
जिंदगी में कभी ऐसा वक्त भी आएगा
आपका चाहनेवाला ही आपको रुलाएगा
फिर भी आप उसी से प्यार करना
क्योंकि वो अकेले में आपसे भी ज्यादा आँसू बहाएगा
मुस्कुराना तो आदत है हमारी जनाब,
वरना ज़िंदगी तो हमसे भी नाराज है..!!!
तुमको ही सहना है ग़म जुदाई का
मेरा क्या है मैं तो मर जाऊंगी
वो अश्क बन के मेरी आँखों में रहता है
अजीब शख्स है, पानी के घर में रहता है
मसला तो सुकून का है,
वरना ज़िंदगी तो हर कोई काट रहा है..!!!
दर्द ही सही मेरे इश्क़ का इनाम तो आया,
खाली ही सही, हाथों में जाम तो आया।
मैं हूँ बेवफ़ा, सबको बताया उसने यूँ ही,
सही, उसके लबों पे मेरा नाम तो आया।
इन बारिशों से कह दो कि कहीं और जा के बरसें,
इतनी रिमझिम तो मेरी आँखों में रोज़ होती है।
मत खोल मेरी किस्मत की किताब को,
हर उस शख्स ने दिल दुखाया जिस पर नाज़ था।
सच को तो तमीज ही नहीं है बात करने की,
झूठ को देखो, कितना मीठा बोलता है।
तुम्हें तो ज़िंदगी का हर दुख बताया था,
तुम्हारा तो हक नहीं बनता था दुख देने का…!
बर्बाद कर गए वो जिंदगी प्यार के नाम से
बेवफ़ाई ही मिली सिर्फ वफ़ा के नाम से
मै रोना चाहता हूँ खूब रोना चाहता हूँ मै
फिर उस के बाद गहरी नीद सोना चाहता हु।
थका हुआ हूँ थोड़ा, जिंदगी भी थोड़ी नाराज़ है,
पर कोई बात नहीं, ये तो रोज़ की बात है..!!!
मर जाता हूँ जब ये सोचता हूँ,
मैं तेरे बगैर ही जी लिया…!
जिंदगी तेरी भी, अजब परिभाषा है
संवर गई तो जन्नत, नहीं तो सिर्फ तमाशा है
अब के हम बिछड़े तो शायद कभी ख़्वाबों में मिलें
जिस तरह सूखे हुए फूल किताबों में मिलें
क्या खूब ही होता अगर दुःख रेत के होते
मुट्ठी से गिरा देते पैरों से उड़ा देते
जाने उस शख़्स को कैसे ये हुनर आता है
रात होती है तो आँखों में उतर आता है
काश तू पूछे मुझसे मेरा हाल-ए-दिल,
मैं तुझे भी रुला दूँ तेरे सितम सुना सुना कर…!
तुमने किया ना याद कभी भूल कर हमें,
हमने तुम्हारी याद में सब कुछ भुला दिया।
महीने वस्ल के घड़ियों की सूरत उड़ते जाते हैं
मगर घड़ियां जुदाई की गुज़रती हैं महीनों में
मेरा दर्द सिर्फ मेरा था,
ये जान कर, मुझे और भी दर्द हुआ।
जब से तू चली गई, सब कुछ वीरान है,
दिल में बस एक दर्द का तूफान है।
कैसे भुला देते हैं लोग तेरी खुदाई को या रब,
मुझसे तो तेरा एक सख्श भुलाया ना गया…!
हमें अहमियत नहीं दी गई
और हम जान तक, दे रहे थे
मेर शहर मे बारिश हो जाती हे
कभी बादलो से कभी आखो से।
तुम से अच्छे तो मेरे दुश्मन है,
जो बात बात पर कहते है तुम्हे छोड़ेंगे नहीं…!
आखो से पढ़ो और जानो रज़ा क्या है,
हर बात लफ्ज़ो से बया हो तो बात क्या है।
हमने उन्हें खोया है
जो कभी हमारे थे ही नहीं !
जिसकी आँखों में कटी थीं सदियां
उसने सदियों की जुदाई दी है
कल भी मुसाफिर थे आज भी मुसाफिर है,
कल अपनों की तलाश में था, आज अपनी तलाश में हूँ।
नींद में भी गिरते हैं मेरी आँखों से आँसू,
तुम ख्वाब में भी मेरा हाथ छोड़ देते हो…!
तेरे बिना ज़िन्दगी जीना बहुत मुश्किल है,
और तुझे ये बताना और भी मुश्किल है।
न जाने कैसी, नजर लगी है, इस जमाने की
वजह ही नहीं मिल रही मुस्कुराने की
चार दिन आँखों में नमी होगी मैं
मर भी जाऊं तो क्या कमी होगी।
रुलाना छोड़ दे ऐ-जिंदगी तू हमें
हम खफा हुए तो एक दिन तुझे छोड़ देंगे!
दिल तो पहले होता था सीने में,
अब तो दर्द लिए फिरते हैं।
कटी हुई टहनियां कहा छांव देती है,
हद से ज्यादा उम्मीदें हमेशा घाव देती है…!
मोहब्बत में हम उन्हें हारे हैं,
जो कहते थे बस हम तुम्हारे हैं…
उनसे कहना कि किस्मत पे इतना नाज़ ना करे
हमने बारिश में भी जलते हुए मकान देखे हैं
जब छोड़ दिया है तो ज़िक्र मत कर,
किस हाल में हूं फ़िक्र मत कर..!!
Conclusion
दुख भरी शायरी आपके दिल के दर्द को व्यक्त करने का एक प्रभावी तरीका है। हमारा यह संग्रह आपके भावनाओं को शब्दों में पिरोने में मदद करेगा, जिससे आप अपने मन को हल्का महसूस करेंगे। इन शायरियों को पढ़ें, महसूस करें, और अपने प्रियजनों के साथ साझा करें, ताकि वे भी आपके एहसासों को समझ सकें।